प्रेस विज्ञप्ति

दिनांक 26 अगस्त 2022

-संसद की लोक लेखा समिति ने छत्तीसगढ़ विधानसभा का किया भ्रमण

-छत्तीसगढ़ विधानसभा की लोक लेखा समिति के साथ हुई संयुक्त बैठक

संसद की लोक लेखा समिति ने आज अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान छत्तीसगढ़ विधानसभा का दौरा किया। समिति के विधानसभा परिसर पहुंचने पर संसद की लोक लेखा समिति के मान. सभापति एवं मान. सदस्यों का पुष्प गुच्छ भेंट कर आत्मीय स्वागत किया गया। संसद की लोक लेखा समिति की छत्तीसगढ़ विधान सभा की लोक लेखा समिति के साथ संयुक्त बैठक हुई। इस अवसर पर संसद की लोक लेखा समिति के मान. सभापति श्री अधीर रंजन चौधरी, मान. सदस्य श्री भर्तृहरि मेहताब, श्री जगदम्बिका पाल, श्री प्रताप चंद्र सारंगी, श्री सत्यपाल सिंह, श्री शक्ति सिंह गोहली, मान. विधानसभा उपाध्यक्ष श्री मनोज सिंह मंडावी, नेता प्रतिपक्ष श्री नारायण चंदेल, छत्तीसगढ विधानसभा की लोक लेखा समिति के मान. सभापति श्री अजय चंद्राकर, मान. सदस्य, श्री सत्यनारायण शर्मा, श्री धनेन्द्र साहू, श्री भुनेश्वर शोभाराम बघेल, डॉ. लक्ष्मी ध्रुव, श्री शिवरतन शर्मा, श्री दिनेश पाटिल, महालेखाकार, श्री आलोक शुक्ला, प्रमुख सचिव संसदीय कार्य विभाग, विधान सभा सचिवालय के अपर सचिव श्री आर.के.अग्रवाल एवं सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मान. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कनाडा में आयोजित 65 वें राष्ट्रकुल सम्मेलन में सम्मिलित होने के कारण अपनी अनुपस्थिति पर अपने संदेश में कहा कि-छत्तीगसढ़ विधान सभा ने अल्प समय में ही नये संसदीय आयामों को स्पर्श किया है। गर्भगृह में प्रवेश पर स्वमेव निलंबन का नियम छत्तीसगढ़ की प्रथम विधान सभा से लागू है, जिसकी संसद के दोनो सदनों में सराहना हुई है। छत्तीसगढ़ विधान सभा को ‘‘अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन’’ एवं ‘‘राष्ट्रकुल संसदीय सम्मेलन’’ के एशिया इंडिया रीजन को आयोजित करने का अवसर प्राप्त हुआ है। पूर्व महामहिम राष्ट्रपति श्री अब्दुल कलाम आजाद एवं श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने भी छत्तीसगढ़ की विधान सभा को संबोधित किया है। लोकसभा अध्यक्ष के रूप में श्री मनोहर जोशी, श्री सोमनाथ चटर्जी, श्रीमती मीरा कुमार एवं श्रीमती सुमित्रा महाजन भी छत्तीसगढ़ विधान सभा के विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मिलित हुए हैं।

इस अवसर पर संसद की लोक लेखा समिति के सभापति श्री अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि-हर तीन माह में संसद की लोक लेखा समिति की बैठक किसी न किसी राज्य में होती है जहां समिति के सदस्य सम्मिलित होते हैं। इस समिति का काम सरकारी खर्चों के खातों की जांच करना है। जांच का आधार नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट होती है। लोक लेखा समिति की रिपोर्ट में सिफारिशें होती है जो तकनीकी रूप से सरकार के लिए बाध्यकारी नहीं होती है, लेकिन उन्हें गंभीरता से लिया जाता है।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा की लोक लेखा समिति के मान. सभापति श्री अजय चन्द्राकर ने कहा कि-संसद की लोक लेखा समिति के साथ संयुक्त बैठक में हुई चर्चा काफी लाभदायक रही। छत्तीसगढ़ की लोक लेखा समिति ने भी कोरोना काल में अधिक से अधिक बैठकें करके प्रतिवेदन सभा में प्रस्तुत किये जो अपने आप में एक कीर्तिमान है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भविष्य में भी इस तरह की संयुक्त बैठकों से समितियों की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी और इसके सुखद परिणाम परिलक्षित होंगे। समिति के मान. सदस्यो ने विधान सभा परिसर में सदन हॉल का भी अवलोकन किया।

इस अवसर पर संसद की लोक लेखा समिति के मान. सभापति एवं मान. सदस्यों को शाल, श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।

मान. विधान सभा उपाध्यक्ष, श्री मनोज सिंह मंडावी ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया।

अंत में मान. नेता प्रतिपक्ष श्री नारायण चंदेल ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।