प्रेस विज्ञप्ति

दिनांक 23 अक्टूबर 2016

-बलौदाबाजार जिले के कसडोल विधानसभा क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों ने विधानसभा अध्यक्ष मान. श्री गौरीशंकर अग्रवाल से विधानसभा परिसर में भेंट की

 -" हमर छत्तीसगढ’’ योजना के तहत् विधानसभा परिसर का किया भ्रमण

-छत्तीसगढ शासन की ’’हमर छत्तीसगढ’’ योजना के तहत् बलौदाबाजार जिले के कसडोल विधानसभा क्षेत्र के लगभग 180 पंचायत एवं सहकारिता प्रतिनिधियों ने आज विधानसभा परिसर का भ्रमण किया। विधानसभा परिसर में इन प्रतिनिधियों ने सदन, सेन्ट्रल हॉल, पुस्तकालय, समिति कक्ष एवं प्रेक्षागृह का अवलोकन किया। विधानसभा परिसर भ्रमण उपरांत इन प्रतिनिधियों ने विधानसभा अध्यक्ष मान. श्री गौरीशंकर अग्रवाल से भेंट की। इस अवसर पर संसदीय सचिव श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, मान. विधायक श्री रामलाल चौहान, श्री चुन्नीलाल साहू (खल्लारी) एवं विधानसभा के प्रमुख सचिव श्री देवेन्द्र वर्मा भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर कसडोल विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल ने कहा कि- विधानसभा प्रदेश की सर्वोच्च प्रजातांत्रिक संस्था है, जहाँ जनता के द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधि विचार-विमर्श कर प्रदेश के विकास की रूपरेखा एवं नीतियों का निर्धारण करते हैं। उन्होंने कहा कि-कानून बनाने, विभिन्न योजनाओं हेतु राज्य शासन को बजट की स्वीकृति देने तथा कार्यपालिका की जवाबदेही सुनिश्चित करने का कार्य भी विधानसभा द्वारा ही संपादित किया जाता है। उन्होंने कहा कि यद्यपि बजट बनाने का कार्य राज्य सरकार करती है लेकिन विधानसभा से बजट पारित हुए बिना सरकार उस राशि से कोई खर्च नहीं कर सकती।

विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल ने छत्तीसगढ विधानसभा की उत्कृष्ट संसदीय परंपराओं का उल्लेख करते हुए कहा कि-यहाँ पक्ष एवं विपक्ष के मान. सदस्यों का आचरण एवं व्यवहार पूरी तरह से मर्यादित है। छत्तीसगढ विधानसभा में असंसदीय आचरण के लिए कभी भी सदन में मार्शल का उपयोग नहीं किया गया है। उन्होने कहा कि-पंचायत प्रतिनिधियों को विधानसभा की उच्च संसदीय परंपराओं का अनुकरण करना चाहिए।

कसडोल विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए विधानसभा के प्रमुख सचिव श्री देवेन्द्र वर्मा ने बताया कि-संसदीय प्रजातंत्र में अध्यक्ष का पद सर्वोच्च होता है। विधानसभा में 18 समितियां होती है जो वर्ष भर लघु सदन के रूप में कार्य करती हैं एवं इन समितियों को भी वही अधिकार प्राप्त होते हैं जो सभा को प्राप्त होते हैं। उन्होने विधानसभा की संरचना, प्रक्रिया एवं कार्य-प्रणाली के संबंध में भी प्रतिनिधियों को सारगर्भित जानकारी दी।

इस अवसर पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों को विधानसभा की संरचना एवं कार्य-प्रणाली पर केन्द्रित एक फिल्म भी दिखाई गयी।