प्रेस विज्ञप्ति

दिनांक 21.01.2024

-विधान सभा में ‘‘प्रबोधन कार्यक्रम’’ संपन्न.

-नियमों का ज्ञान, व्यवहार कुशलता, मृदुभाषिता एवं सद्भावपूर्ण व्यवहार एक प्रभावी विधायक बनने के आवश्यक गुण हैं-मान. गृहमंत्री श्री अमित शाह

   

-छत्तीसगढ़ विधान सभा सचिवालय में नवनिर्वाचित मान. सदस्यों के लिए आयोजित प्रबोधन कार्यक्रम के समापन सत्र में आज गृहमंत्री, भारत सरकार, मान. श्री अमित शाह जी ने मान. सदस्यों को संबोधित किया। उन्होंने अपने सुदीर्घ राजनैतिक जीवन के अनुभवों को मान. सदस्यों को बताया एवं उन्हें सफल एवं प्रभावी विधायक बनने के गुर बताये। इस अवसर पर मान. मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, नेता प्रतिपक्ष मान. डॉ. चरण दास महंत, मान. उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव, मान. उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, संसदीय कार्यमंत्री मान. श्री बृजमोहन अग्रवाल, मान. मंत्रीगण, मान. सदस्यगण एवं विधान सभा के सचिव, श्री दिनेश शर्मा उपस्थित थे।

 

इसके पूर्व आज प्रबोधन कार्यक्रम के प्रथम सत्र में मान. सदस्यों को संबोधित करते हुए अतिथि वक्ता, मान. सदस्य, एवं पूर्व मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन श्री अजय चन्द्रकर ने “प्रश्न एवं आधे घण्टे की चर्चा” विषय पर पर अपना विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया।

द्वितीय सत्र में अपने संबोधन में अतिथि वक्ता, पूर्व मंत्री एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष मान. श्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने “आय व्यय, अनुदान की मांगो पर चर्चा, कटौती प्रस्ताव, लेखानुदान, अनुपूरक अनुदान एवं आय व्ययक का पारण” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।

तृतीय सत्र में अतिथि वक्ता मान. सदस्य एवं पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ विधान सभा मान. श्री धरमलाल कौशिक ने अपने संबोधन में ‘‘विधान सभा की समितियां एवं अशासकीय कार्य’’ पर अपने व्याख्यान प्रस्तुत किया।

मान. गृहमंत्री, भारत सरकार, माननीय श्री अमित शाह जी ने सदस्यों को प्रभावी एवं सफल विधायक बनने के गुर बताते हुए कहा कि-क्षेत्र के मतदाता से जीवंत संपर्क, नियम प्रक्रियाओं का पूरा ज्ञान, व्यवहार कुशलता, मृदुभाषिता एवं सदन में संयमित भाषा से ही कोई भी मान. सदस्य प्रभावी विधायक के रूप में अपनी पहचान बना सकता है। उन्हांने कहा कि-शोर-शराबा करके विधान सभा के अंदर मान. सदस्य अपनी पहचान नहीं बना सकते । उन्हांने कहा कि-मान. सदस्यों को अपनी विचारधारा से समझौता नहीं करना चाहिए। उन्हांने कहा कि-मान. सदस्यों को अपने विधान सभा क्षेत्र में विरोधियों के प्रति भी अच्छा व्यवहार रखना चाहिए। उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि विधान सभा का सबसे महत्वपूर्ण कार्य कानून बनाना होता है, लेकिन उस समय सभा में विधायकों की उपस्थिति सबसे कम होती है। उन्हांने कहा कि- सदस्यों को अपनी बात सभा में पूरे विश्वास एवं प्रमाणिकता के साथ उठानी चाहिए । केन्द्रीय गृहमंत्री, भारत सरकार, माननीय श्री अमित शाह जी ने कहा कि प्रभावी विधायक होने के लिए किसी भी विधायक के तीन प्रमुख दायित्व होते हैं । क्षेत्र का दायित्व, पार्टी के प्रति दायित्व तथा राज्य की प्रगति एवं विकास का दायित्व। उन्होंने कहा कि-विधायक अगले चुनाव में पार्टी के उम्मीद्वार के रूप में जीत हासिल करे यह भी उसका महत्वपूर्ण दायित्व होता है। उन्होंने विधायकों को बताया कि अधिकारियों के साथ जन प्रतिनिधियों का संघर्ष नही होना चाहिए, अपितु नियम और प्रक्रिया के तहत उनसे चर्चा करके समस्या का समाधान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि-एक अच्छे विधायक को संवेदनशील होना चाहिए उसमें तत्परता कुशलता,उत्सुकता एवं जिज्ञासा भी होनी चाहिए, उसे क्षेत्र में लोक संपर्क के साथ-साथ विधायी दायित्वों का भी निर्वहन करना चाहिए । मान. गृहमंत्री, भारत सरकार, मान. श्री अमित शाह जी ने भी विधान सभा परिसर में ‘‘रूद्राक्ष’’ का पौधा भी लगाया।

संसदीय कार्यमंत्री मान. श्री बृजमोहन अग्रवाल ने मान. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के संदेश का वाचन किया।

कार्यक्रम को मुख्यमंत्री मान. श्री विष्णु देव साय, नेता प्रतिपक्ष मान. डॉ. चरण दास महंत एवं संसदीय कार्यमंत्री मान. श्री बृजमोहन अग्रवाल ने भी संबोधित किया।

कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री मान. श्री विष्णु देव साय, नेता प्रतिपक्ष मान. डॉ. चरण दास महंत एवं संसदीय कार्यमंत्री मान. श्री बृजमोहन अग्रवाल ने केन्द्रीय गृहमंत्री, भारत सरकार, माननीय श्री अमित शाह जी का शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

अंत में संसदीय कार्यमंत्री मान. श्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रबोधन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए केन्द्रीय गृहमंत्री, भारत सरकार, मान. श्री अमित शाह जी एवं मान. विधायकों का आभार व्यक्त किया।