प्रेस विज्ञप्ति |
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दिनांक 10 फरवरी, 2019 |
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- विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने "नरक" पुस्तक का विमोचन किया - डॉ. महंत ने मंच से राजेश्वरी सलाम को नौकरी देने की घोषणा की |
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वैभव प्रकाशन के तत्वावधान में छत्तीसगढ़ विधान सभा परिसर स्थित प्रेक्षागृह में आज श्री विशाल यादव एवं श्रीमती प्रियंका कौशल द्वारा लिखित पुस्तक ’’नरक’’ का विमोचन विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत एवं वरिष्ठ पत्रकार श्रीमती अमृता राय ने किया। इस अवसर पर संसदीय कार्यमंत्री श्री रविन्द्र चौबे, पूर्व सांसद श्रीमती करूणा शुक्ला, हरिभूमि प्रबंध संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी, वरिष्ठ पत्रकार श्री गिरीश पंकज, विधान सभा सचिव, श्री चन्द्र शेखर गंगराड़े एवं बड़ी संख्या में विशिष्टजन, साहित्यकार, प्रबुद्धजन एवं पत्रकारगण उपस्थित थे। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि- लेखक ने इस छोटी सी किताब के माध्यम से एक महत्वपूर्ण एवं गंभीर समस्या की ओर शासन/ प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया है। रिपोर्ट के मुताबिक हमारे प्रदेश में लगभग 27,000 हजार महिलाएं एवं बच्चे गायब हैं, इन्हें समाज में वापस लाने की महती जिम्मेदारी हम सबकी जिम्मेदारी है और इस गंभीर समस्या की समाप्ति को हम सबका समर्थन मिलना चाहिए। श्रीमती अमृता राय ने उद्बोधन के दौरान राजेश्वरी सलाम के पुनर्वास के लिए शासन/ प्रशासन को समुचित कदम उठाने की ओर ध्यान आकृष्ट किया। श्रीमती अमृता राय के कथन पर अपनी संवेदनशीलता एवं उदारता का परिचय देते हुए विधान सभा अध्यक्ष मान. श्री चरणदास महंत ने तत्काल मंच से राजेश्वरी सलाम को छत्तीसगढ़ विधान सभा सचिवालय में नियमों को शिथिल करते हुए नौकरी देने की घोषणा की। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ऐसे गंभीर विषयों पर लगातार विचार-विमर्श होना चाहिए एवं समाज की ऐसी महिलाओं और बच्चों के पुनर्वास की ओर संवेदनशीलता का परिचय देना हम सबका परम कर्तव्य है। इस पुस्तक में बस्तर की बेटी राजेश्वरी सलाम की सत्यकथा का उल्लेख किया गया है। इस कार्यक्रम में बस्तर की बेटी राजेश्वरी सलाम ने उपस्थित जनों को बताया कि किस तरह से मानव तस्करों का एक संगठित गिरोह पूरे प्रदेश एवं देश में कार्य करता है। उन्होंने यह भी बताया कि किस तरह वह तस्करों के चंगुल में आयी और अपने साहस पराक्रम और सूझबूझ के कारण निकल कर वापस आयी और उसने अपने अथक प्रयास से अपने 60 साथियों को पुलिस के सहयोग से मानव तस्करों से मुक्त भी कराया। |
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