प्रेस विज्ञप्ति |
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दिनांक 28 जनवरी 2016 |
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- विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल ने पुणे में आयोजित "भारतीय छात्र संसद" को संबोधित किया |
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पुणे, महाराष्ट्र में आयोजित छठवें भारतीय छात्र संसद के चार दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के चतुर्थ सत्र हेतु निर्धारित विषय "त्वरित कार्यवाही हेतु तैयारी की स्थिति : सेना बनाम पुलिस" की अध्यक्षता करते हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल ने कहा कि संविधान में राष्ट्र की सीमाओं की बाह्य सुरक्षा तथा राज्यों में कानून व्यवस्था बनाये रखने के विषयों को सर्वाधिक प्राथमिकता दी गयी है। लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था में विशेषकर आजादी के बाद राजनैतिक परिदृश्य में नैतिक मूल्यों में आई गिरावट, राजनीति के प्रति लोगों का मोह भंग का उल्लेख करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि हम सब संकीर्ण सामाजिक सोच से ऊपर उठकर राष्ट्र प्रेम को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। राष्ट्र के लिए बलिदान तथा समर्पण के साथ सेवा के जिस मूलमंत्र को आत्मसात कर भारतीय सेना ने पूरे विश्व में अपनी एक उत्कृष्ट पहचान बनायी है, उसी का अनुसरण कर महात्मा गांधी द्वारा अपनाए गए आचरण एवं व्यवहार का पालन करते हुए ईमानदारी, पारदर्शिता, निर्णय लेने की प्रक्रिया के सरलीकरण के द्वारा ही संस्कारित सुशासन की स्थापना की जा सकती है। राज्यों के पुलिस महानिदेशकों के सम्मेलन में प्रधानमंत्री जी के वक्तव्य का स्मरण करते हुए माननीय अध्यक्ष श्री अग्रवाल ने दोहराया कि आज वास्तव में स्मार्ट पुलिस की अत्यधिक आवश्यकता है। प्रधानमंत्री द्वारा SMART POLICE की व्याख्या में प्रयुक्त शब्दों S for Strict and Sensible, M for Modern and Mobility, A for Alert and Accountable, R for Reliable and Responsive तथा T for Techno Savvy and Trained के द्वारा ही पुलिस बेड़े में नई चेतना, नई पहचान विकसित की जा सकती है। कारगिल युद्ध एवं पठानकोट में आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए अध्यक्ष श्री अग्रवाल ने जोर देकर कहा कि हम देशवासियों को अपने सैन्य बल की वीरता एवं क्षमता पर गर्व है। हमें विश्वास है कि हमारी सेना एवं पुलिस जनसामान्य की अपेक्षाओं के अनुरूप सदैव अपने कार्यों में तत्परता एवं उत्कृष्टता का प्रदर्शन करती रहेगी। अंत में स्वामी विवेकानंद द्वारा शिकागो धर्म सम्मेलन में व्यक्त विचारों का स्मरण करते हुए श्री अग्रवाल ने आह्वान किया कि युवा शक्ति के प्रयासों से ही भारतवर्ष पुनः अपने पुराने वैभव को प्राप्त कर विश्वगुरू के रूप में विश्व का नेतृत्व करने में सफल होगा। इस अवसर पर भारतीय आपदा प्रबंधन संस्थान के प्रमुख सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल श्री मरवाह, प्रो. एस.एस. पाण्डेय, कुलपति, विक्रम विश्वविद्यालय तथा श्री राहुल वी. कराड, वाइस प्रेसिडेंट, एम.आई.टी. ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूसंस भी उपस्थित थे। इस अवसर पर श्री अग्रवाल द्वारा "लिव विद इन" शीर्षक पुस्तक का विमोचन किया गया तथा तीन युवा विधायकों को पुरस्कृत भी किया गया।
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