प्रेस विज्ञप्ति |
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दिनांक 25 जुलाई 2014 |
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शासकीय उच्च. माध्य. विद्यालय गिंदोला, शास. उच्च. माध्य. विद्यालय लाहोद एवं शास. उच्च. माध्य. विद्यालय ससहा, जिला-बलौदा बाजार के विद्यार्थियों ने विधान सभा की कार्यवाही का अवलोकन किया. विधान सभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल से भेंट की. |
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शासकीय उच्च. माध्य. विद्यालय गिंदोला, शास. उच्च. माध्य. विद्यालय लाहोद एवं शास. उच्च. माध्य. विद्यालय ससहा, जिला-बलौदा बाजार के विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों ने आज विधान सभा की कार्यवाही का अवलोकन किया । कार्यवाही अवलोकन के पश्चात् इन्होने विधान सभा भवन स्थित समिति-कक्ष में विधान सभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल से भेंट की । इस अवसर पर विधान सभा के प्रमुख सचिव श्री देवेन्द्र वर्मा भी उपस्थित थे ।
इस अवसर पर विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए विधान सभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल ने कहा कि-उनका यह हमेशा प्रयास रहा है कि देश की युवा पीढी विशेषकर विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के विद्यार्थी प्रदेश की इस सर्वोच्च पंचायत की कार्यवाही को देखें और समझें कि किस तरह से जनता के द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि सभा में क्षेत्र की समस्याओं को उठाते हैं तथा क्षेत्र की विकास योजनाओं के लिए क्या प्रयास करते हैं ? उन्होने कहा कि-सभा में विधान सभा अध्यक्ष सेतू का कार्य करते हैं अर्थात सभा की कार्यवाही के दौरान मान. सदस्य विधान सभा अध्यक्ष की ओर मुखातिब होकर चर्चा में भाग लेते हैं । उन्होने कहा कि-विधान सभा में बजट पारित होने के पश्चात् ही सरकार उस राशि का उपयोग कर सकती है ।
विधान सभा के प्रमुख सचिव श्री देवेन्द्र वर्मा ने विद्यार्थियों
को विधान सभा की प्रक्रिया एवं कार्य संचालन की जानकारी देते हुए
कहा कि-विधान सभा के तीन प्रमुख कार्य होते हैं 1. विधान (कानून)
बनाना 2. प्रदेश का वर्ष का आय-व्ययक प्रस्तुत कर उसे पारित करना
एवं 3. शासन से प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण के माध्यम से सूचनाएं
प्राप्त कर सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करना । उन्होने कहा
कि-विधान सभा अध्यक्ष के ऊपर महती जिम्मेदारी होती है । सदन में
बहुमत के समक्ष अल्पमत की आवाज दब न पाए इसलिए विधान सभा अध्यक्ष
सरकार को निर्देशित करते हैं कि वे समस्त प्रश्नों की संपूर्ण
जानकारी सभा में देना सुनिश्चित करें । उन्होने कहा कि-संसदीय
प्रजातंत्र में विधान सभा अध्यक्ष का पद सर्वोच्च होता है । विधान
सभा अध्यक्ष का सभा में निर्णय अंतिम माना जाता है एवं सभी मान.
सदस्यों को इसका पालन करना होता है । |
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