प्रेस विज्ञप्ति |
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दिनांक 23 जुलाई 2014 |
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शासकीय उच्च. माध्य. विद्यालय पलारी एवं अमेरा जिला-बलौदा बाजार के विद्यार्थियों ने विधान सभा की कार्यवाही का अवलोकन किया. विधान सभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल एवं मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह से भेंट की. |
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शासकीय उच्च. माध्य. विद्यालय पलारी एवं अमेरा विकासखण्ड पलारी जिला-बलौदा बाजार के विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों ने आज विधान सभा की कार्यवाही का अवलोकन किया । कार्यवाही अवलोकन पश्चात् इन्होने विधान सभा परिसर का भ्रमण किया एवं विधान सभा भवन स्थित समिति कक्ष में विधान सभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल एवं मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह से भेंट की । इस अवसर पर विधान सभा के प्रमुख सचिव श्री देवेन्द्र वर्मा भी उपस्थित थे ।
इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए विधान सभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल ने कहा कि-छत्तीसगढ विधान सभा ने अल्प समय में अनेक उच्च प्रतिमानों को स्थापित किया हैं । छत्तीसगढ विधान सभा में मान. सदस्यों ने स्वयं के लिए यह नियम बनाया है कि यदि कोई सदस्य सभा की कार्यवाही के समय गर्भगृह में प्रवेश करता है तो वह स्वमेव निलंबित हो जाता है । उन्होने कहा कि-प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण काल में सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए मान. सदस्य मान. मंत्रियों से प्रश्न करते हैं यदि मान. सदस्य के प्रश्नों का संतोष जनक जवाब नहीं आता तो विधान सभा अध्यक्ष को यह अधिकार है कि उस विषय पर आधा घंटे की चर्चा की अनुमति दे सकता है । उन्होने कहा कि-विधान सभा से बजट पारण के उपरांत ही सरकार उस राशि को खर्च कर सकती है । इस अवसर पर अपने उद्बोधन में विधान सभा के प्रमुख सचिव श्री देवेन्द्र वर्मा ने कहा कि-विधान सभा प्रदेश की सर्वोच्च प्रजातांत्रिक संस्था है । प्रदेश की ढाई करोड जनता के द्वारा चुने गए 90 प्रतिनिधि विधान सभा के तीन सत्रों में प्रदेश की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं समस्याओं पर विचार-विमर्श करते हैं । उन्होने कहा कि-विधान सभा के तीन प्रमुख कार्य होते हैं 1. कानून बनाना 2. प्रदेश का वर्ष भर का आय-व्ययक प्रस्तुत कर उसे पारित करना एवं 3. शासन से सूचनाएं प्राप्त करना एवं उसकी जवाबदेही सुनिश्चित करना । विधान सभा अध्यक्ष विधान सभा का सर्वोच्च प्राधिकारी होता है । सदन के नेता मान. मुख्यमंत्री जी एवं नेता प्रतिपक्ष भी सभा के महत्वपूर्ण पदाधिकारी होते हैं ।
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