प्रेस विज्ञप्ति

दिनांक 17 सितम्बर, 2015

- नवाखाई के अवसर पर माननीय विधान सभा अध्यक्ष महोदय का संदेश

छत्तीसगढ़ विधान सभा के अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल ने प्रदेश वासियों को नवाखाई के अवसर पर शुभकामना देते हुए कहा कि यह उड़िया समाज का फसलों से संबंध रखने वाले प्राणदायिनी अन्न के प्रति श्रद्धा और भक्ति प्रदर्शित करने वाला मुख्य त्यौहार है लेकिन छत्तीसगढ़ में उत्कल समाज के साथ-साथ अब अन्य समाज बन्धु भी इस उत्सव को मनाते हैं।

इस त्यौहार से प्रकृति से जुड़े रहने का प्रणम्य भाव भी प्रदर्शित होता है क्योंकि प्रकृति से जितनी निकटता होगी उतना ही शारीरिक और मानसिक सुख मिलेगा। नवाखाई छत्तीसगढ़ राज्य में उड़ीसा की सांस्कृतिक परम्परा की झांकी है। यह त्यौहार उत्कल समाज के लोगों को आपस में मिलने का सुखद अवसर उपलब्ध कराता है।

अपने संदेश में आमजनों के प्रति मंगल कामना करते हुए श्री अग्रवाल ने यह भी आह्वान किया कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण से लेकर अब तक के विकास में उत्कल समाज का सराहनीय योगदान रहा है। यह समाज आगे भी छत्तीसगढ़ को धर्म, कला, साहित्य और सांस्कृतिक क्षेत्र में विकसित राज्य बनाने में सहभागिता निभाए।