प्रेस विज्ञप्ति

दिनांक 09 जून, 2014

विधानसभा की वर्ष 2014-15 के लिए गठित प्राक्कलन समिति की प्रथम बैठक सम्पन्न

प्राक्कलन समिति विभागों को दूरदर्शी नीति बनाने में मदद करें ताकि योजनाओं का सही क्रियान्वयन किया जा सके

छत्तीसगढ विधानसभा की वर्ष 2014-15 के लिए गठित प्राक्कलन समिति की प्रथम बैठक आज विधानसभा भवन स्थित समिति कक्ष में सम्पन्न हुई। समिति की प्रथम बैठक में विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित थे। बैठक में समिति के सभापति श्री शिवरतन शर्मा, विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में लोकलेखा समिति के सभापति एवं नेता प्रतिपक्ष श्री टी.एस.सिंहदेव, सदस्य श्री अमरजीत भगत, श्री भैयाराम सिन्हा, डा. प्रीतमराम एवं विधानसभा के प्रमुख सचिव श्री देवेन्द्र वर्मा भी उपस्थित थे।

प्राक्कलन समिति की प्रथम बैठक को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल ने कहा कि-प्राक्कलन समिति विभागों के प्राक्कलनों पर विचार करती है और विभागीय नीति के अनुरूप खर्च पर नियंत्रण करने तथा बचत के सुझाव देती है। प्राक्कलन समिति का कार्य यह भी है कि-वह विभागों की कार्य पध्दतियों का परीक्षण करे और विभागों की कार्य प्रणाली में किस प्रकार से सुधार किया जा सकता है उसके संबंध में अनुशंसा करे ताकि जन-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनता को मिल सके। उन्होने कहा कि-प्राक्क्लन समिति वित्तीय स्वरूप की एक महत्वपूर्ण समिति है शासन द्वारा प्रस्तुत बजट एवं अनुदान की मांगों को विधानसभा द्वारा पारित करने के बाद कार्यपालिका द्वारा किये गये खर्च पर सभा का वित्तीय नियंत्रण बनाये रखना प्राक्कलन समिति का मुख्य कार्य है। उन्होने यह अपेक्षा व्यक्त की कि समिति अधिक से अधिक बैठकें कर लंबित कार्यो को निपटाने के लिए कार्य करेगी जिससे विधानसभा के प्रति जनता का विश्वास दृढ़ होगा।

प्राक्कलन समिति के सभापति श्री शिवरतन शर्मा ने कहा कि-प्राक्कलन समिति का प्रमुख कार्य प्रशासन में कार्यपटुता और मितव्ययिता लाने के लिए वैकल्पिक नीतियों का सुझाव देना है उन्होने विश्वास दिलाया कि विधानसभा अध्यक्ष की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करते हुए प्रदेश की जनता को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने हर संभव प्रयास करेगें। बैठक में समिति के समक्ष लंबित कार्यो पर भी विचार विमर्श किया।