प्रेस विज्ञप्ति

दिनांक 4 सितम्बर, 2015

- कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर माननीय विधान सभा अध्यक्ष महोदय का संदेश

छत्तीसगढ़ विधान सभा के अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल ने प्रदेश वासियों को कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर शुभकामना देते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जीवन फल की चाह से मुक्त सतत् कर्मवाद के सिद्धांत का विराट साक्षात् स्वरूप है।

भगवान श्री कृष्ण ने आतंक, निराशा, शोषण, पराधीनता और भाग्यवाद जैसी कुरीतियों से लड़ने के लिए जन-जन के अंदर प्रतिरोध मुखर करने की शक्ति तथा साहस का संचार किया एवं मानव समाज को स्वावलंबी होने की चेतना शक्ति जाग्रत करने व अदम्य इच्छाशक्ति के साथ अनासक्त भाव से जीने का पाठ पढ़ाया है यही श्री कृष्ण जन्माष्टमी का जय घोष है। श्री अग्रवाल ने आह्वान किया कि हमें उनके जीवन से कर्म की प्रधानता की शिक्षा लेते हुए उसे अपने कार्य-व्यवहार में आत्मसात् करना चाहिए।